पण्डित स्वपन चौधरी

पण्डित स्वपन चौधरी के बारे में

पण्डित स्वपन चौधरी, कोलकाता (राष्ट्रीय तानसेन सम्मान वर्ष 2023 से सम्मानित )

पण्डित स्वपन चौधरी भारतीय शास्त्रीय संगीत क्षेत्र के एक प्रतिष्ठित तबला वादक है। आपका जन्म 30 मार्च 1945 को हुआ है। संगीतकार आपको दुनिया भर में सबसे सम्मानित तबला वादकों में से एक मानते हैं। दो बार ग्रैमी पुरस्कार के लिए नामांकित पण्डित स्वपन चौधरी के माता-पिता ने ही आपको तबला वादन के लिए प्रेरित किया, जहाँ से आपकी संगीत यात्रा का आरंभ हुआ। आपकी शैली में विलक्षणता और गहराई के कारण आप भारत में ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिष्ठित हैं।
  • स्वपन जी की संगीत यात्रा का आरंभ लखनऊ घराने के प्रख्यात कलाकार गुरु संतोष कृष्ण विश्वास के मार्गदर्शन में हुआ है। आपने संगीत में मास्टर्स डिग्री के साथ ही जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता से अर्थशास्त्र में भी मास्टर डिग्री की उपाधि प्राप्त की है। वर्ष 1970 के दशक के मध्य से एक संगीतकार के रूप में आप तबला और विश्व तालवाद्य समूहों के लिए संगीत रचना कर रहे हैं, जिसकी शुरुआत आपने कोलकाता में स्वयं के तबला समूह के साथ की है।

  • पण्डित स्वपन चौधरी का संगीत तबला वादन के गहन ज्ञान की सहज अभिव्यक्ति है। आपकी शैली ने तबला वादन की एक नई शैली की शुरूआत की है। निस्संदेह, संगतकार और एकल वादक के रूप में आपकी स्पष्टता और प्रदर्शन की सुंदरता के कारण ही आपने दुनिया भर में तबला वादक के सच्चे उस्ताद के रूप में इतनी प्रसिद्धि हासिल की है। वर्ष 1981 से आपने सैन राफेल, कैलिफोर्निया और बेसल में अली अकबर कॉलेज ऑफ म्यूजिक में परक्यूशन के निदेशक का पद संभाला, जहाँ संगीत के विभिन्न छात्रों ने तबला में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। वर्ष 1991 से लॉस एंजिल्स में कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ द आर्ट्स में उत्तर भारतीय परक्यूशन स्टडीज के निदेशक के रूप में कार्यरत रहे हैं, साथ ही आपने विश्व संगीत विभाग के लिए विभागाध्यक्ष एमेरिटस के रूप में भी काम किया है। हाल ही में आप कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ द आर्ट्स में प्रोफेसर के रूप में नियुक्त हुए हैं, जहाँ आप नवगठित चित्रेश दास संस्थान के संकाय, कर्मचारियों और छात्रों के लिए एक विश्वसनीय सलाहकार और संरक्षक बन गए हैं।

  • पण्डित स्वपन जी का संगीत, शास्त्रीय संगीत के दायरे से परे है, जिसमें स्टीवी वंडर, एल. शंकर, मार्क ओफोनर, जॉन हैडी, लैरी कोरियल, जॉन सेंटोस, प्रतिष्ठित फारसी संगीतकार अलीजादे और काहान कलहोर, अफ्रीकी ड्रम मास्टर मालोंगा और प्रसिद्ध गिटारवादक ब्लातको स्टेफनोव्स्की और मिरोस्लाव टैडिक जैसे संगीतकारों के साथ . प्रदर्शन और रिकॉर्डिंग शामिल हैं। आपने कई अंतर्राष्ट्रीय संगीत समारोहों में भाग लिया है, जिसमें बाथ, पर्थ, सिडनी, टोक्यो, टोरंटो, सेन फ्रांसिको, कुआलालंपुर, स्टटगार्ट और बर्लिन आदि शामिल हैं। आप एक विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में विभिन्न अमेरिकी और यूरोपीय विश्वविद्यालयों से जुड़े हुए हैं।

  • एकल वादक और संगतकार के रूप में पं. स्वपन जी ने उस्ताद अली अकबर खान, पं. रविशंकर, उस्ताद विलायत खान, पं. निखिल बनर्जी, उस्ताद आमिर खान, उस्ताद अमजद अली खान, पं. भीमसेन जोशी जैसे उस्तादों के साथ पूरे यूरोप, उत्तर और दक्षिण अमेरिका और एशिया की यात्रा की है। आपके संगीत कार्यक्रमों ने आपको कई प्रतिष्ठित मंचों पर प्रस्तुति करने का मौका दिया है, जिसमें कार्नेगी हॉल, कैनेडी सेंटर, क्वीन एलिजावेथ हॉल और संयुक्त राष्ट्र आदि शामिल हैं।

  • पण्डित स्वपन जी को कई प्रतिष्ठित पुरस्कार एवं सम्मानों से सम्मानित किया गया है, जिसमें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्टिस्ट अवार्ड शामिल हैं। पण्डित स्वपन चौधरी भारतीय संगीत के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं। आपकी जीवन यात्रा और उपलब्धियाँ यह दर्शाती हैं कि साधना और समर्पण से कोई भी अपनी कला के शिखर तक पहुँच सकता है। आपका योगदान न केवल भारतीय संगीत, बल्कि विश्व संगीत के लिए भी अमूल्य है।

  • मध्यप्रदेश शासन पण्डित स्वपन चौधरी को तबला वादन के क्षेत्र में सुदीर्घ साधना, गहन प्रतिबद्धता और उत्कृष्ट सर्जनात्मक अभिव्यक्ति के साथ शास्त्रीय संगीत की धरोहर को नयी पीढ़ी में उदारतापूर्वक सम्प्रेषित करने के लिए राष्ट्रीय तानसेन सम्मान वर्ष 2023 से सादर विभूषित करता है।